Saturday, December 11, 2010

तुमसे मिलने से पहले...... सोची थी!!

कुछ बातें कहने को थी, तुमसे मिलने से पहले..... सोची थी!

तुझे पहली झलक जो देखा
होठ जल गए मेरे........ चाय की चुस्कियो से,
होश ना रहा,
उस चौराहे की ये बात कहने को थी,
तुमसे मिलने से पहले!!

तुझे देखने की चाह
करती थी मजबूर, करने को बंक (BUNK),
कॉलेज(COLLEGE) की मेरी पहली क्लास(CLASS)
बताने थी ये बात भी,
तुमसे मिलने से पहले!!

बतानी थी तुम्हे, तुम्हे देखने के बहाने,
साइकिल(CYCLE) की दुकान पे बैठा करता था,
तेरी साइकिल की हवा, मैंने ही निकाली थी
तुमसे मिलने से पहले!!

तेरी बालकनी(BALCONY) के पीछे,
था छोटा सा रूम(ROOM) दोस्त का,
ग्रुप स्टडी(GROUP STUDY) तो बस बहाना था
पर मार्क्स(MARKS) अच्छे आ गए
तुमसे मिलने से पहले!

(और फिर)

हुई जो पहली मुलाकात
हिम्मत से करनी चाही तुमसे बात
पर कुछ बोल न पाया, आँखे खोल न पाया
गले से लगा के तुमने.. मुझे चुप करा दिया
वो सारी बात तुमने कह दी....
जो कहना चाहता था मै, तुमसे
तुमसे मिलने से पहले सोची थी!!

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